ش | ی | د | س | چ | پ | ج |
1 | 2 | |||||
3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 |
10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 |
17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 |
24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 |
مارا به جز خیال دنیا ثمری نیست که نیست
مارا به جز خیالی آرام طلبی نیست که نیست
گرچه خنده به لب مست نشان ، زیسته ایم
اندر دل ما رد نشاطی نیست که نیست
هر چه گشتم پی امید نشانی نیست که نیست
صنما گر تو بیایی دل ما را به رخی شاد کنی
ور در این دیر خرابات فرحی نیست که نیست
عرفانه غلامی منفرد